ऑस्कर 2025: ‘अनुजा’ – भारत की दमदार दस्तक
परिचय
भारत के लिए यह गर्व का क्षण है क्योंकि फिल्म ‘अनुजा’ को ऑस्कर 2025 में बेस्ट लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म श्रेणी में नामांकन मिला है। यह फिल्म न केवल भारत की रचनात्मकता और सिनेमा की शक्ति को दर्शाती है, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए वैश्विक दर्शकों का ध्यान आकर्षित करती है।
ऑस्कर 2025 में भारतीय प्रतिनिधित्व
ऑस्कर के 97वें संस्करण के लिए नामांकन की घोषणा बाओन यांग और रेचल सेनॉट ने गुरुवार को की। 180 शॉर्ट फिल्मों में से केवल पाँच फिल्में इस श्रेणी में चुनी गई हैं, जिनमें भारत की ‘अनुजा’ भी शामिल है। अन्य नामांकित फिल्मों में आउटसाइडर, आई एम नॉट ए रोबोट, द लास्ट ऑफिसर और अ मैन हू वुडंट स्टे क्वाइट शामिल हैं।
गुणीत मोंगा, प्रियंका चोपड़ा और सुचित्रा मत्ताई जैसे प्रतिष्ठित नाम इस फिल्म से जुड़े हुए हैं। यह गुणीत मोंगा का तीसरा ऑस्कर नामांकन है। उनकी पूर्ववर्ती फिल्में द एलिफेंट व्हिस्परर्स और पीरियड: एंड ऑफ सेंटेंस ने भी ऑस्कर जीते थे।
‘अनुजा’ की कहानी और महत्व
‘अनुजा’ की कहानी एक 9 वर्षीय बच्ची पर आधारित है, जो अपने जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए निर्णय लेती है, जो उसके भविष्य और परिवार दोनों को प्रभावित करता है। वह एक गारमेंट फैक्ट्री में अपनी बड़ी बहन पलक के साथ काम करती है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे अनुजा अपने सपनों और परिवार की जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करती है।
फिल्म के निर्देशक एडम जे ग्रेव्स ने इसे “कामकाजी बच्चों की ताकत और अनकही कहानियों को समर्पित” बताया। फिल्म को सुचित्रा मत्ताई ने प्रोड्यूस किया है और यह जल्द ही नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी।
प्रमुख कलाकार और निर्माण टीम
फिल्म में अनन्या शानभाग, सजदा पठान और नागेश भोसले मुख्य भूमिकाओं में हैं। इसके निर्माता सलाम बालक ट्रस्ट (SBT) के सहयोग से फिल्म का निर्माण हुआ, जो सड़कों और कामकाजी बच्चों की मदद के लिए समर्पित है।
फिल्म का निर्माण स्पार्कल वर्ल्डवाइड और कृष्णा नाइक फिल्म्स के साथ किया गया। स्पार्कल वर्ल्डवाइड ऑस्कर विजेता फिल्मों जैसे वार/डांस (2007) और इनोसेंटे (2012) के लिए जानी जाती है।
ऑस्कर 2025 का मंच
2025 के ऑस्कर समारोह की मेजबानी मशहूर कॉमेडियन कोनन ओ’ब्रायन करेंगे। यह समारोह 2 मार्च को लॉस एंजेलेस के डॉल्बी थिएटर में आयोजित होगा।
फिल्म ‘अनुजा’ की अनूठी खासियत
- सामाजिक मुद्दे पर फोकस: फिल्म कामकाजी बच्चों की समस्याओं और उनके सपनों पर रोशनी डालती है।
- प्रेरणादायक कथा: कहानी केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दर्शकों को सोचने और प्रेरित करने का मौका देती है।
- वैश्विक साझेदारी: भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय निर्माताओं के सहयोग से बनी यह फिल्म भारत के सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक ले जाती है।
निष्कर्ष
‘अनुजा’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो समाज में बदलाव लाने की क्षमता रखता है। इसका ऑस्कर नामांकन न केवल भारतीय सिनेमा के लिए गौरवपूर्ण है, बल्कि यह दिखाता है कि हमारे देश की कहानियां पूरी दुनिया में कैसे प्रभाव डाल सकती हैं।
जब तक फिल्म की रिलीज़ डेट की घोषणा नहीं होती, तब तक हम यह आशा कर सकते हैं कि ‘अनुजा’ न केवल ऑस्कर में इतिहास रचेगी, बल्कि दिलों में भी अमिट छाप छोड़ेगी।